Wednesday, 21 September 2011

आज तक शक्तिशाली खलनायक की भूमिका का शून्य जस का तस


अमरीश पुरी तिहत्तर वर्ष की उम्र में १२ जनवरी २००५ को दिवंगत हुए। आज तक शक्तिशाली खलनायक की भूमिका का शून्य जैसा का तैसा है। आज जब लोकप्रिय सितारा सलमान खान ‘बॉडीगार्ड’ जैसी फिल्म में आदित्य पंचोली की तरह के खलनायकों से भिड़ता है, तो लड़ाई एक तरफा लगती है। ‘गजिनी’ में आमिर खान दक्षिण फिल्म उद्योग के खलनायक को पीटता है, तब भी वह प्रभाव नहीं आता, जो अमरीश पुरी की मौजूदगी संभव करती थी। आज खलनायक की भूमिका में प्रस्तुत लोग बच्चे लगते हैं।
अमरीश पुरी ने कई वर्ष तक रंगमंच पर काम किया। गिरीश कर्नाड के ‘हयवदन’ में वे पहलवान प्रेमी की भूमिका में थे और अमोल पालेकर कवि प्रेमी की भूमिका में थे। पहलवान की देह और प्रेमी की भावना तीव्रता को उन्होंने बखूबी प्रस्तुत किया था। सुखदेव की ‘रेशमा और शेरा’ तथा देव आनंद की ‘प्रेम पुजारी’ में प्रभावहीन भूमिकाओं के बाद श्याम बेनेगल की ‘निशांत’ में उन्होंने दर्शकों और फिल्मकारों को प्रभावित किया। उस समय तक प्रमुख खलनायक प्राण चरित्र और हास्य भूमिकाओं की ओर आकृष्ट हो गए थे। अमरीश पुरी ने अपनी शख्सियत से प्रभावित किया। वर्षों के रंगमंच के अनुभव ने उनकी सहायता की। ‘शोले’ के गब्बर यानी अमजद खान उस समय तक गुब्बारे की तरह फूल चुके थे।
स्टीवन स्पीलबर्ग की ‘इंडियाना जोंस एंड द टेंपल ऑफ डूम’ में छोटी परंतु प्रभावशाली भूमिका और बोनी कपूर की सलीम-जावेद लिखित फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ के डायलॉग ‘मोगंबो खुश हुआ...’ ने उन्हें रातोरात बच्चों से बूढ़े दर्शकों तक में अपार लोकप्रियता दिलाई।
अमरीश पुरी को सामाजिक जीवन में हैट पहनने का बहुत शौक था। यहां तक कि शवयात्रा में भी वे हैट लगाए रहते थे। दरअसल जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही उन्होंने हॉलीवुड सितारा होने का सपना देखा था, लेकिन उनके सारे प्रयास विफल हो गए थे। अत: यह संभव है कि भारतीय मनोरंजन जगत में छाते ही उन्होंने सामाजिक जीवन में हैट पहनना प्रारंभ कर दिया। भारतीय सिनेमा में सारे खलनायक व्यक्तिगत जीवन में अत्यंत नेक और भद्र पुरुष रहे हैं। और अमरीश पुरी को भी उनकी नेकी के लिए याद किया जाता है।

Wednesday, 14 September 2011

‘द डर्टी पिक्चर’एक सनसनीखेज संभावना


एकता कपूर की मिलन लूथरिया द्वारा निर्देशित विद्या बालन अभिनीत ‘द डर्टी पिक्चर’ के टीजर और प्रचार सामग्री ने इंटरनेट पर हंगामा बरपा दिया है। दक्षिण भारत की साहसी सिल्क स्मिता ने आठवें दशक में अपने आइटम से धूम मचा दी थी। फिल्मों में प्रस्तुत सेक्सी छवि के कारण उनका जीवन भी असामान्य हो गया था और अफवाहों तथा अपनी तन्हाई से तंग आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। 

मर्लिन मुनरो के बारे में भी अफवाहें थीं और वे रहस्यमय परिस्थितियों मेंमृत पाई गई थीं, जिस घटना परआज तक किताबें लिखी जा रहींहैं और लोकप्रिय धारणा यह है किउन्हें कत्ल किया गया था। मुनरोके अंतरंग संबंध जॉन एफ. कैनेडीऔर उनके छोटे भाई रॉबर्ट से बताएजाते हैं और तथाकथित तौर पर यही उसकी हत्या का कारण भी है। इस तरह के प्रकरणों में अफवाहों के अंधड़ में सत्य को खोजना हमेशा कठिन होता है। मनोरंजन उद्योग में छवियां गढ़ी जाती हैं और यह छवियों और छायाओं का मायावी संसार है। दर्शक में जुनून पैदा करने के लिए प्रचार के हथकंडे रचे जाते हैं और बॉक्स ऑफिस पर दर्शक का जुनून ही धन बरसाता है। सितारे काम और प्रचार से लोकप्रियता अर्जित करके शक्तिशाली हो जाते हैं, परंतु वे अपने ही बनाए पिंजड़े में कैद भी होजाते हैं।सेक्सी छवियों के कारण अनेक हादसे हुए हैं और ब्रिजिता बारडोट तक ने आत्महत्या का विफल प्रयास किया, जिस पर साहित्यकार सिमॉनद बोउवा ने एक लंबा लेख लिखा, जिसका सार यह था कि जब एक मध्यमवर्गीय कन्या सजने-संवरने के तमाम बुजरुआ साधनों को नकारकर अपनी युवा देह को अनावृत्त करती है तो लंपट पुरुष समाज घबरा जाता है और यक-ब-यक उसे अपनी कमतरी का एहसास भयावह लगता है।यह स्वीकार करने में उसे कष्ट होता है कि प्रकृति की बुनावट कुछ ऐसी है कि अंतरंग संबंधों में नारी शक्तिशाली होती है और अपनी कमतरी को छुपाने के लिए वह भांति-भांति के मुखौटे खोजता है, षड्यंत्र रचता है।अफवाहों के अंधड़ इसी षड्यंत्र का हिस्सा हैं।1996-97 के आसपास फेयरफैक्स नामक संस्था की गुप्त रिपोर्ट के आधार पर एक अखबार ने 41 दिनों तक लगातार लिखकर राजीव गांधीकी छवि ध्वस्त की थी, परंतु बाद के शोध ने इस संस्था को ही आधारहीनसिद्ध किया था। क्या आज का विकीलीक्स उसी का नया अवतार है?बहरहाल मिलन लूथरिया की ‘द डर्टी पिक्चर’ सिल्क स्मिता के जीवन पर कितनी आधारित है और उसमें कितनी कल्पना है, यह बतानाकठिन है और सच तो यह है कि उसका सत्यअसत्य से ज्यादा जरूरी है मनोरंजक होना। यह भी संभव है कि सिल्क का नाम लेते हुए दरअसल यह फिल्म हेनरी डेंकर के ‘द डायरेक्टर’ नामक उपन्यास से प्रेरित हो सकती है, जिसमें एक साहसी नायिका का प्रेम एक बुढ़ाते सुपर सितारे के साथ होता है, जबकि फिल्म के भीतर फिल्म का लेखक निर्देशक भी उस पर न्योछावर है और फिल्म के भीतर फिल्म का युवा नायक भी उसेचाहता है। मिलन लूथरिया की फिल्म में बुढ़ाते सुपर सितारे की भूमिका नसीरुद्दीन शाह कर रहे हैं। युवा नायक इमरान हाशमी हैं और निर्देशकतुषार कपूर हैं, जिन्हें उनके आठवें दशक में लोकप्रिय पिता जीतेंद्र का लुकदिया गया है। विद्या बालन नए सेक्सी अवतार में हैं।

Sunday, 4 September 2011

Singham (2011) Movie Review


Storyline

Following charges of corruption, Colva's (Goa) Police Inspector Rakesh Kadam kills himself, leaving a devastated wife, Megha, and son, Nitin. She takes it upon herself to canvas support that her husband was framed by a gangster, Jaykant Shikre, and vainly insists on a CBI Inquiry. When the High Court requires Jaykant, on unrelated charges, to present himself at Shivgad Police Station, which is located at the borders of Maharashtra and Karnataka, he refuses to do so, and the local Inspector Bajirao Singham, who has recently fallen in love with stunning Kavya Bhosle, summons him. An enraged Jaikant does appear along with an army of goons, but is no match for Bajirao, who has support from the entire community. Humbled and humiliated, Jaykant returns to Goa, and ensures Bajirao gets transferred there. It is here he not only plans to use an army of goons, his control and influence over politicians...

Review

A Loud,Desi,Masala Entertainer,Typical Of The 80's - Full Of Mass Appeal

Singham is an entertaining masala flick,a tribute to the 80's era of bollywood masala movies,an addition to the list of Hindi remakes of south blockbusters.I haven't seen the Tamil version,so a comparison is impossible.The film is full of energy,charisma and is sure to get mass applause from the people who love the true Indian flavored cinema,full of colors and raw fight between a honest,loved-by-all hero and the baddie.Seeing these kind of films,i wonder whether the age of pure entertainers is back,after films like Wanted,dabangg and ready have become blockbusters.No doubt,Singham is a sure shot blockbuster,at least in single screens.Director Rohit Shetty,after making some hilarious comedies have gone back to his base and have created an Action packed entertainer(Rohit shetty stared off with Action thriller,Zameen also starring Ajay) which is full of mass appeal.

Performances::Ajay Devgn is full of energy and does 100 % justice to his cop uniform.A bunch of Marathi actors,especially Ashok Saraf deserves a big thumbs up for their excellent performances.kajal Agarwal doesn't get needed opportunities to showcase her talent,but makes her presence felt among the audience.Prakash raj is as always at his best .

Some +ves::The bench of Marathi actors who does a brilliant job and the Ajay Charisma,Entertaining direction by Rohit shetty,Thrilling Background music,Editing work by Steven.H.Bernard,The raw,desi flavor of the movie.

Some -ves::A familiar plot is again used,Very weak love base,The Marathi accent of Ajay,which seems artificial at times.

Music by Ajay and Atul Gogavale,noted Marathi music director duo is hummable and melodious.It can be given a 7/10.

Verdict::Singham is an action-packed masala movie,a reminder of the 80's era.It is full of unadulterated raw desi flavor and is sure to entertain the masses.Go for it,if you love masala entertainers.Ma Rating::8/10



Director: 

Rohit Shetty

Writers: 

Yunus SajawalHari

Cast

Credited cast:
Ajay DevganAjay Devgan...
Inspector Bajirao M. Singham
Kajal AgarwalKajal Agarwal...
Kavya G. Bhosle (as Kajal Aggarwal)
Prakash RajPrakash Raj...
Jaykant Shikre
Sonali KulkarniSonali Kulkarni...
Megha R. Kadam
Sachin KhedekarSachin Khedekar...
Gautam Bhosle / Gotya
Sudhanshu PandeySudhanshu Pandey...
Inspector Rakesh Kadam
Rest of cast listed alphabetically:
Suchitra BandekarSuchitra Bandekar
Ravindra BerdeRavindra Berde...
Chandrakant
Suhasini DeshpandeSuhasini Deshpande...
Mrs. Bhosle
Agasthya DhanorkarAgasthya Dhanorkar...
Nitin R. Kadam
Anant JogAnant Jog...
Minister Anant Narvekar
Govind NamdeoGovind Namdeo...
Manikrao Singham
Kishore NandlaskarKishore Nandlaskar...
Anant's Peon
Vijay PatkarVijay Patkar...
Havaldar Kelkar
Ashok SamarthAshok Samarth...
Shiva Nayak

Final Destination 5 (2011) Movie Review


Storyline

Survivors of a suspension-bridge collapse learn there's no way you can cheat Death.

Reviews

Final Destination 5 Revives The Franchise

I'll admit I was very worried going into this film, considering how the last film left things. But after I saw Final Destination 5 at the midnight premiere, I was SHOCKED as hell at how astonishing it turned out be. This is definitely one of the BEST sequels since the first 2 Installments in the franchise, It has everything a Final Destination film should have but on a much grander scale, It's Dark, Clever, Witty and just Gruesomely entertaining. This film has definitely Re-invented the franchise that has never been seen before and character development is absolutely the heart of the film's storyline. I recommend you to checkout this film, you won't be disappointed...



Director: 

Steven Quale

Writers: 

Eric HeissererJeffrey Reddick (characters)

Cast

Cast overview, first billed only:
Nicholas D'AgostoNicholas D'Agosto...
Emma BellEmma Bell...
Miles FisherMiles Fisher...
Ellen WroeEllen Wroe...
Jacqueline MacInnes WoodJacqueline MacInnes Wood...
P.J. ByrneP.J. Byrne...
Isaac
Arlen EscarpetaArlen Escarpeta...
Nathan
David KoechnerDavid Koechner...
Courtney B. VanceCourtney B. Vance...
Tony ToddTony Todd...
Brent StaitBrent Stait...
Roy
Roman PodhoraRoman Podhora...
John
Jasmin DringJasmin Dring...
Cho
Barclay HopeBarclay Hope...
Dr. Leonetti
Chasty BallesterosChasty Ballesteros...

Unknown (2011) Movie Review


Storyline

A biochemist and his dishy wife arrive in Berlin for a conference at which a scientist and his controversial Arab funder will announce breakthrough research. While his wife checks into the hotel, he grabs a cab to return to the airport for his briefcase, left at the curb. En route, an auto accident puts him in a coma, from which he awakes four days later without identification and with gaps in his memory. He goes to the hotel: his wife refuses to recognize him and another man has claimed his identity. With help from a nurse, the cab driver, a retired Stasi agent, and an academic friend, he tries to unravel what's going on. Is the answer in the briefcase?




Reviews

Good thriller, but don't go in expecting more than Taken.

Movie was great, but I think a few things fell a little short.

Like another reviewer, dialog did not match up with what was going on at some parts. Not that it made or break the movie. Especially one part where he says, "I remember how to kill you". Which is said on the trailer of the movie, then he says a-hole after it and it becomes sometimes notttttt so cool to say and kinda made me want to laugh.

Action was great for when it happened, which was NOT the whole movie as somebody else said in their review. It starts kind of slow, but builds up towards middle/ending. Expected a little more from the ending because previous action scenes were better, but it was still good.

Probably one of the few things I did not like about this movie was the camera work. During fast paced scenes and some action scenes it was kinda all over and was hard to follow the characters. The action that I did catch was great though.

It has more of a story and big twist than Taken. Though there is going to be a Taken 2, I would suggest just comparing this to Bournes a little more with a fighting style of Taken. Good movie and worth the money. 8/10 because I only see myself watching it a few times on DVD (same with Taken and Bourne).

Director: 

Jaume Collet-Serra

Writers: 

Oliver Butcher (screenplay)Stephen Cornwell(screenplay)

Cast

Cast overview, first billed only:
Liam NeesonLiam Neeson...
Diane KrugerDiane Kruger...
January JonesJanuary Jones...
Aidan QuinnAidan Quinn...
Bruno GanzBruno Ganz...
Frank LangellaFrank Langella...
Sebastian KochSebastian Koch...
Professor Leo Bressler
Olivier SchneiderOlivier Schneider...
Smith
Stipe ErcegStipe Erceg...
Jones
Rainer BockRainer Bock...
Herr Strauss
Mido HamadaMido Hamada...
Prince Shada
Clint DyerClint Dyer...
Biko
Karl MarkovicsKarl Markovics...
Dr. Farge
Eva LöbauEva Löbau...
Nurse Gretchen Erfurt
Helen WiebensohnHelen Wiebensohn...
Laurel Bressler