बिडा (नाइजीरिया). पेशे से ओझा 87 वर्षीय बेल्लो मसाबा अब तक 107 शादियां कर चुके हैं, जिनसे उन्हें 185 बच्चे हैं। इनमें से 86 बीवियां और 133 बच्चे जीवित हैं। इसके बाद भी मसाबा को यदि शादी का प्रस्ताव मिलता है तो वे इनकार नहीं करेंगे। मसाबा की सबसे छोटी पत्नी 19 वर्ष की है, जबकि उम्र के लिहाज से सबसे अधिक आयु की पत्नी 64 साल की है। उसकी नौ पत्नियों की मौत हो चुकी है। नाफरमानी के कारण वह 12 को तलाक दे चुका है। 40वें नंबर की पत्नी ऐशेतु डयाको कहती हैं कि हमारा कभी झगड़ा नहीं हुआ।
घर में बच्चें की फौजः मसाबा के 185 बच्चों में से 133 जीवित हैं। इनमें सबसे छोटे बच्चे की आयु महज एक माह है। बच्चों के बारे में पूछने पर मसाबा जवाब देने से पहले ठिठकते हैं और फिर जवाब देते हैं। चार मंजिला मकान में 89 कमरे और बहुत बड़ा बरामदा है।
खूब कमाई होती है ओझा कीः मसाबा समृद्ध हैं, क्योंकि इलाज करवाने के नाम पर आने वाले लोग उन्हें अच्छी खासी रकम देते हैं। इसी कमाई के दम पर वह अपने भरे-पूरे परिवार को बिना किसी दिक्कत के पाल रहा है।
सरकार और समाज से बैर: नाइजीरिया में शरीअत लागू है और कुरान में सिर्फ 4 पत्नियां रखने की अनुमति है, ताकि सभी से अच्छा व्यवहार किया जा सके। तीन साल पहले मसाबा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन उसकी सभी पत्नियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कोर्ट में प्रत्येक पत्नी ने अपनी खुशहाली और रजामंदी की जानकारी दी।
दुकानदार से ओझा बनने की कहानीः स्कूल के बाद मसाबा 21 साल तक सामान्य कपड़ा दुकानदार बनकर रहा। उसकी दो पत्नियां थी। उसकी तबीयत खराब हो गई। डॉक्टरों की दवाई काम नहीं आई। उसके अनुसार उसे महा दूत गैब्रिअल ने दर्शन दिए। वह ओझा बन गया और लोगों की बीमारियों को दूर करने लगा। 1980 के दशक में उसने ईश्वर आज्ञा से शादियां करना शुरू की। एक साल में चार-पांच शादियां तक उसने कीं।
घर में बच्चें की फौजः मसाबा के 185 बच्चों में से 133 जीवित हैं। इनमें सबसे छोटे बच्चे की आयु महज एक माह है। बच्चों के बारे में पूछने पर मसाबा जवाब देने से पहले ठिठकते हैं और फिर जवाब देते हैं। चार मंजिला मकान में 89 कमरे और बहुत बड़ा बरामदा है।
खूब कमाई होती है ओझा कीः मसाबा समृद्ध हैं, क्योंकि इलाज करवाने के नाम पर आने वाले लोग उन्हें अच्छी खासी रकम देते हैं। इसी कमाई के दम पर वह अपने भरे-पूरे परिवार को बिना किसी दिक्कत के पाल रहा है।
सरकार और समाज से बैर: नाइजीरिया में शरीअत लागू है और कुरान में सिर्फ 4 पत्नियां रखने की अनुमति है, ताकि सभी से अच्छा व्यवहार किया जा सके। तीन साल पहले मसाबा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन उसकी सभी पत्नियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कोर्ट में प्रत्येक पत्नी ने अपनी खुशहाली और रजामंदी की जानकारी दी।
दुकानदार से ओझा बनने की कहानीः स्कूल के बाद मसाबा 21 साल तक सामान्य कपड़ा दुकानदार बनकर रहा। उसकी दो पत्नियां थी। उसकी तबीयत खराब हो गई। डॉक्टरों की दवाई काम नहीं आई। उसके अनुसार उसे महा दूत गैब्रिअल ने दर्शन दिए। वह ओझा बन गया और लोगों की बीमारियों को दूर करने लगा। 1980 के दशक में उसने ईश्वर आज्ञा से शादियां करना शुरू की। एक साल में चार-पांच शादियां तक उसने कीं।
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