अजमेर. गबन के मामले में घिरता देख एक रेलवे अधिकारी ने रविवार को अपने घर में रखे 50 लाख रुपयों में आग लगा दी। मौके पर पहुंची रेलवे पुलिस ने ढाई लाख रुपए के अधजले नोट बरामद कर लिए। रेलवे पुलिस का मानना है कि जलाए गए नोट 50 लाख से भी अधिक हो सकते हैं।
आरोपी उत्तर-पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल में वित्त प्रबंधक अशोक मंगल को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी की पत्नी लता मंगल अजमेर मंडल में लेखा सहायक के पद पर कार्यरत है। मामले में उनकी भी संलिप्तता मानी जा रही है। अशोक ने पत्नी के बंगले में ही नोटों को ड्रम में भरकर आग लगाई।
आरोपी उत्तर-पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल में वित्त प्रबंधक अशोक मंगल को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी की पत्नी लता मंगल अजमेर मंडल में लेखा सहायक के पद पर कार्यरत है। मामले में उनकी भी संलिप्तता मानी जा रही है। अशोक ने पत्नी के बंगले में ही नोटों को ड्रम में भरकर आग लगाई।
रात से ही बंगला था निगरानी में: उत्तर-पश्चिम रेलवे में चेक राइटर के पद पर कार्यरत मुजफ्फर अली बोहरा के खिलाफ चार करोड़ रुपए के गबन का मामला चल रहा है। मामले की जांच में लगी आरपीएफ टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे थे। इसके बाद लता मंगल के रेलवे बंगले की निगरानी बढ़ा दी गई थी। रविवार सुबह करीब 11 बजे बंगले के पीछे वाले हिस्से में धुआं उठता देख आरपीएफ के जवान पप्पू खान दीवार फांदकर भीतर आया। उसने एक लोहे के आधे ड्रम में कागज जलते देख आग को पानी से बुझाया।
वहां उसे अधजले नोट बरामद हुए। इसकी जानकारी तत्काल आला अधिकारियों को दी गई। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डीबी कासार मौके पर पहुंचे। कासार के अनुसार अशोक मंगल को भारतीय मुद्रा जलाते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आशंका है कि ड्रम में करीब 50 लाख रु. से भी ज्यादा नोट हो सकते हैं। मौके से साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। बंगले के पीछे वाले हिस्से में जले हुए कागजात बरामद हुए हुए हैं। अधिकारियों का मानना है कि अशोक मंगल ने और नोट भी जलाए होंगे। आरपीएफ ने लता मंगल के घर से कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
मुजफ्फर की पत्नी ने किया खुलासा: गबन के फरार आरोपी मुजफ्फर की पत्नी ने आरपीएफ की पूछताछ में बताया कि मुजफ्फर का पता मंगल परिवार दे सकता है। इस पर अधिकारियों ने लता मंगल के घर की निगरानी बढ़ा दी थी। सादा वर्दी में जवानों को बंगले के आस-पास तैनात किया गया था।
15 साल से हैं संबंध: अशोक मंगल ने प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा किया कि मुजफ्फर को वह करीब 15 सालों से जानता है। उसको अकाउंट्स का काम भी उसने ही सिखाया था। जांच में सामने आया कि मुजफ्फर मंगल के परिवार को महंगे तोहफे भी दिया करता था। पिछले दिनों ही उसने एक कीमती मोबाइल सेट गिफ्ट किया था। जांच में सामने आया कि आरोपी मुजफ्फर ने करीब 20 लाख रुपए मंगल परिवार के बैंक खातों में जमा करवाए थे। साक्ष्य मिलने के बाद आरपीएफ ने लता मंगल, अशोक मंगल व उनके बच्चों के बैंक खातों की जांच की जा रही है।
गंभीर है अपराध: ‘अशोक मंगल ने भारतीय मुद्रा जला कर गंभीर अपराध किया है। उसके खिलाफ आरपीयूपी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रारंभिक तौर पर करीब 50 लाख रुपए जलाने का मामला सामने आया है। जांच की जा रही है।’ - डीबी कासार, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ
प्रदेश का दूसरा बड़ा घोटाला: मुजफ्फर अली बोहरा ने महज तीन साल में रेलवे में करीब 4 करोड़ का गबन किया। इसे प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा घोटाला माना जा रहा है। इससे पहले एसीबी ने राजस्थान डेयरी फेडरेशन लिमिटेड के उप प्रबंधक सुरेंद्र कुमार शर्मा के कब्जे से करीब 5 करोड़ रु. नगद व 11 किलो सोना बरामद किया था। इस मामले की जांच जारी है। उधर, रेल अधिकारियों का कहना है कि बोहरा के गबन मामले की जांच जारी है। गबन राशि और बढ़ सकती है।
प्रॉपर्टी जब्त करके हो सकती है वसूली: राजस्थान हाईकोर्ट के अधिवक्ता एके जैन के अनुसार भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अशोक मंगल की प्रॉपर्टी जब्त कर सरकारी धन की वसूली की जा सकती है। मुद्रा जलाने के अपराध में आईपीसी की धारा 261, सबूत मिटाने के अपराध में धारा 201 सहित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 व 8 एवं आयकर अधिनियम के तहत कार्रवाई हो सकती है। अफसर की पत्नी के खिलाफ भी षड्यंत्र में शामिल होने पर आईपीसी की धारा 120 बी के तहत कार्रवाई हो सकती है।
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